उल्ववेधन
ID: ANH00009hin
MEDICAL ANIMATION TRANSCRIPT: एम्नियोसेंटेसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जो कि डॉक्टर को आपके बच्चे के जन्म के लंबे समय पहले ही उसके स्वास्थ्य में समस्या है या नहीं यह जानने में मदद करता है। गर्भाशय में आपका बच्चा एमनीओटिक तरल पदार्थ से घिरा होता है, जो उसे सुरक्षा और पोषण प्रदान करता है। इस तरल पदार्थ में आपके बच्चे की कोशिकाएँ तैर रही होती हैं जो आपके डॉक्टर को इस परीक्षण के लिए आनुवांशिक सामग्री प्रदान करती है। एम्नियोसेंटेसिस में आपके डॉक्टर बच्चे में विशिष्ट आनुवांशिक विकार और जन्म दोषों की जाँच करने के लिए इस तरल पदार्थ का नमूना लेते हैं। एम्नियोसेंटेसिस आमतौर पर दूसरे ट्राइमेस्टर यानी कि तिमाही यानी कि चार से छह महीने की गर्भावस्था में पंद्रह से अट्ठारह सप्ताह पूरा होने पर किया जाता है। यह परीक्षण कराने के लिए आम तौर पर कुछ खास प्रकार के जोखिम कारकों वाली महिलाओं को सलाह दी जाती है। पैंतीस वर्ष या उससे अधिक उम्र होना जिसे क्रोमोसोमल डिसऑर्डर यानी कि गुण संबंधी विकारों का जोखिम बढ़ जाता है, जैसे कि डाउन सिंड्रोम। पिछली गर्भावस्था में या पिछले बच्चे में जन्मजात दोष होना। रक्त के परीक्षण या अल्ट्रासाउंड, यानी कि सोनोग्राफी से जन्मजात दोष के बारे में पता लगना, जैसे कि डाउन सिंड्रोम या न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स यानी कि तंत्रिका नली के दोष शामिल हैं, या आनुवांशिक विकारों का जैसे सिस्टिक फाइब्रोसिस आदि का पारिवारिक इतिहास होना। एम्नियोसेंटेसिस तीसरे तिमाही यानी कि सात से नौ महीने की गर्भावस्था के दौरान निम्नलिखित कारणों से किया जा सकता है। यह निर्धारित करने के लिए यदि समय से पहले डिलीवरी यानी कि प्रसव करने की आवश्यकता पड़े तो उसके लिए क्या बच्चे के फेफड़े पर्याप्त रूप से परिपक्व हो गए हैं या नहीं? गर्भाशय में किसी प्रकार का संक्रमण हुआ तो उसका निदान करने के लिए क्या आरएच इनकम्पैटिबिलिटी, बच्चे में कारक पॉजिटिव या नेगेटिव ब्लड ग्रुप निर्धारित करता है उसकी असंगतता वाले बच्चे में एनीमिया के लिए जाँच करनी होती है। आपकी प्रक्रिया शुरू करने के लिए आपके डॉक्टर कंप्यूटर स्क्रीन पर भ्रूण और उसके आसपास की संरचना की तस्वीर बनाने के लिए अल्ट्रासाउंड का उपयोग करते हैं। इन चित्रों को देखते हुए डॉक्टर, नीडल यानी कि सुई को अंदर डालने के लिए एक सुरक्षित स्थान का चयन करते हैं। आपके पेट में जिस जगह एम्नियोसेंटेसिस की सुई अंदर डाली जाती है उस जगह की सतह को सुन्न यानी कि संवेदनहीन करने के लिए आपके डॉक्टर वहाँ लोकल एनेस्थीसिया यानी कि स्थानीय संज्ञाहरण दे सकते हैं। सावधानी के साथ अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी की तस्वीर देखते हुए बच्चे के प्लेसेंटा यानी कि गर्भनाल, बच्चे के चारों ओर जो आवरण होता है वो या बच्चे को छुए नहीं इस तरह आपके डॉक्टर एक पतली सुई आपके पेट की दीवार में से पारित करके गर्भाशय में और फिर एमनीओटिक सैक यानी कि गर्भाशय में जो तरल पदार्थ वाली थैली होती है, जिसमें दाखिल करते हैं। उसके बाद वे सुई से एमनीओटिक तरल पदार्थ का एक छोटा सा नमूना खींचकर निकालेंगे, सुई को बाहर निकालेंगे। पेट में जिस जगह पर सुई अंदर डाली हो उस जगह पर पट्टी लगाने के बाद उसे बंद कर देंगे। जितना तरल पदार्थ बाहर निकाला गया हो उसका पूरा तरल पदार्थ आपका शरीर उत्पन्न कर देगा। भ्रूण के हृदय की धड़कन सामान्य है या नहीं और बच्चे ने प्रक्रिया को अच्छी तरह से सहन किया है या नहीं उसे जाँचने के लिए आपके डॉक्टर लगातार अल्ट्रासाउंड को देखते रहेंगे। इस प्रक्रिया के बाद लगभग चौबीस घंटों के लिए आपके पेट के निचले हिस्से में हल्के खिंचाव या दबाव को अनुभव कर सकते हैं। आपको शारीरिक तनाव, जैसे कसरत करना, वजन उठाना, लंबी अवधि के लिए खड़े रहना और यौन गतिविधि करना, उनसे दूर रहने की सलाह दी जाएगी।
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