जन्म नियंत्रण
ID: ANH14127hin
MEDICAL ANIMATION TRANSCRIPT: प्रत्येक माह एक बार होने वाली घटनाओं की श्रृंखला जिसे मासिक धर्म कहा जाता है, वह स्त्री के शरीर को गर्भावस्था के लिए महिला तैयार करती है। रक्तप्रवाह में स्थित प्राकृतिक रसायन, जिन्हें हॉर्मोन कहा जाता है, उनके स्तरों में होनेवाले परिवर्तन इन घटनाओं को नियंत्रित करते हैं। इन प्रजनन अंगो (जो इन हॉर्मोन से प्रभावित होते हैं), में शामिल हैं, योनि, गर्भाशय, ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब, और अंडाशय। अंडाशय दो प्रमुख हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन करते हैं। जैसे ही एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ना शुरू होता है, वैसे ही गर्भाशय ग्रीवा के अंदर स्थित, आमतौर पर मोटी, श्र्लेष्म की परत को पतला करती है। एस्ट्रोजन अन्य हॉर्मोन को सक्रिय करता है, जिससे दोनों में से एक अंडाशय अंडे को रिलीज करते है। इस प्रक्रिया को ओव्यूलेशन यानी कि अंडोत्सर्ग कहा जाता है। यदि इस समय के दौरान एक महिला यौन संबंध करती है तो पुरुष की प्रजनन कोशिकाएं जिन्हें स्पर्म यानि की शुक्राणु कहा जाता है, वे गर्भाशय ग्रीवा की पतली श्र्लेष्म की परत के माध्यम से पारित होकर अंडे का निषेचन करने के लिए पहुंच सकती है। एस्ट्रोजन के कारण गर्भाशय के अंदर की परत मोटी होती है जिससे वो निषेचित अंडे को स्वीकार करने के लिए तैयार होता है। प्रोजेस्टेरोन की बढ़ती मात्रा के कारण इस परत में स्थित ग्रंथियां एक ऐसा तरल पदार्थ छोड़ती है जो निषेचित अंडे को पोषण प्रदान करता है। प्रोजेस्टेरोन गर्भाशय ग्रीवा के अंदर स्थित श्र्लेष्म की परत को फिर से मोटा करता है, जो शुक्राणुओं को उसमें से पारित होने से रोकता है। यदि अंडा निषेचित नहीं हुआ है तो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है। इन हॉर्मोन का स्तर कम होने से मासिक धर्म आता है। यानी की वह प्रक्रिया जिसमें गर्भाशय अपने अंदर स्थित ऊतकों की परत और रक्त को योनि के द्वारा बाहर निकालता है। गर्भनिरोधक गोलियां ऐसी दवाइयाँ होती है जो कि महिला, गर्भावस्था को रोकने के लिए हर दिन लेती है। सबसे आम और प्रभावी गर्भ निरोधक गोलियां है कॉम्बिनेशन पिल्स यानी कि संयोजन गोलियां यानी वे गोलियां जिनमें एक से ज्यादा दवाईयाँ संयोजित है। उसमें शामिल है एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन, जो की प्रोजेस्टेरोन के समान एक मानव निर्मित हॉर्मोन है। इस दवाई में स्थित एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन शरीर में हॉर्मोन के निरंतर स्तर को संरक्षित करते है। ये स्तर शरीर को समान हॉर्मोन जिनके कारण ओव्यूलेशन होता है, उन्हें छोड़ने से रोकता है। ओव्यूलेशन के बिना निषेचित होने के लिए अंडा ही नहीं होता। इसके लिए एक महिला गर्भवती नहीं हो सकती। प्रोजेस्टिन गर्भाशय ग्रीवा के अंदर श्र्लेष्म की परत को उतना मोटा रखता है, जैसा कि उसमें शुक्राणु पारित ही न हो सके और इसलिए गर्भावस्था को रोक सकता है। गर्भावस्था पर प्रोजेस्टिन के तीसरे प्रभाव में शामिल है, गर्भाशय के अंदर की परत पर उसका प्रभाव। प्राकृतिक प्रोजेस्टेरोन के विपरीत, प्रोजेस्टिन रासायनिक रूप से थोड़ा अलग है। समय के साथ वो गर्भाशय के अंदर की परत को मोटा करने के बजाय पतला करता है। नतीजतन, यदि अंडा निषेचित भी हो जाए, तो गर्भाशय के अंदर की परत उसके गर्भाशय में रहने के लिए बहुत पतली हो सकती है। इसलिए वह अगले मासिक धर्म के साथ शरीर में से बाहर निकल जाता है। संयोजन दवाइयाँ आमतौर पर 28 दिनों के लिए पैकेट में आती है। गोली के ब्रांड के आधार पर पहले 21 से 24 गोलियां सक्रिय गोलियां होती है क्योंकि उनमें हॉर्मोन होते है। अंतिम चार या सात गोलियां निष्क्रिय या अनुस्मारक की गोलियां होती है क्योंकि उनमें कोई हॉर्मोन नहीं होते हैं। निष्क्रिय गोलिया शरीर में हार्मोन के स्तर को कम होने देती है जिससे मासिक धर्म चक्र के दौरान रक्तस्त्राव हो सकता है। चाहे निष्क्रिय गोलियों में कोई हॉर्मोन नहीं है लेकिन इस दौरान भी महिला गर्भावस्था से सुरक्षित होती है। निष्क्रिय गोलियों को अनुस्मारक की गोलियां भी कहा जाता है क्योंकि वे महिला हर दिन एक गर्भ निरोधक गोली लेने की आदत में रखती है। प्रोजेस्टिन, ओनली पिल्स, या मिनी-पिल्स में केवल प्रोजेस्टिन होता है। संयोजन गोलियों की तरह प्रोजेस्टिन गोलियों में स्थित केवल प्रोजेस्टिन ओव्युलेशन को रोक कर गर्भाशय ग्रीवा के अंदर के श्र्लेष्म की परत को मोटा करके और गर्भाशय के अंदर की परत को पतला करके गर्भावस्था को रोकता है। अगर महिलाओं को संयोजन गोलियों में स्थित एस्ट्रोजन से कोई दुष्प्रभाव होता है या अन्य कोई चिकित्सा कारण है, जिस वजह से वे केवल एस्ट्रोजेन वाली गोलियां नहीं ले सकती है, तो वे केवल प्रोजेस्टिन वाली गोलियों का चयन कर सकती हैं। केवल प्रोजेस्टिन वाली सभी गोलियां सक्रिय होती है, केवल प्रोजेस्टिन वाली गोलियों के साथ मासिकधर्म हर महीने हो सकता है। कभी कभी पूरा महीना, रक्तस्त्राव चालू बंद हो सकता है या बिल्कुल भी रक्तस्राव न हो, ऐसा हो सकता है। गर्भावस्था से सबसे ज्यादा सुरक्षा पाने के लिए रोज एक ही समय पर लेनी आवश्यक है। यदि सही तरीके से प्रयोग किया जाए तो गर्भनिरोधन के लिए दोनों संयोजन और केवल प्रोजेस्टिन वाली दवाइयाँ 99% प्रभावी साबित होती है। इसका मतलब यह है कि हर साल 100 में से 9 महिलाएँ यह दवाइयाँ सही तरीके से रोज़ लेने के बाद भी गर्भवती होती है। हालांकि सामान्य उपयोग में वे केवल 92% प्रभावी है, जिसका मतलब यह है कि हर 100 में से 8 महिलाएँ गर्भवती होंगी। यदि उन्हें हमेशा हर दिन उन दवाइयों को लेना न रहे तो।
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